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वाचनकट्टा

Wednesday 7 August 2019

स्वतंत्रता दिवस : छोटी छोटी हिंदी लेख

स्वतंत्रता दिवस हर एक राष्ट्र के लिए उत्सव की तरह होता है। देशभक्ति के रंग में जाति, धर्म, रंग व भेद से ऊपर उठकर हम अपने उन पूर्वजों को याद करते हैं जिन्होनें हमारी आजादी के लिए लड़ाई लड़कर अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। हम 15 अगस्त के दिन ही 200 सालों की गुलामी की जंजीरों को तोड़कर हम एक लोकतांत्रिक देश के रूप में दुनिया के सामने प्रस्तुत होते हैं। यह दिन हमारे कर्तव्यों को भी याद दिलाता है कि जिस तरह से आजादी के लिए अनगिनत लोग अपने प्राणों की आहुति दे दी उसी तरह हमें भी देश के भीतर-बाहर के दुश्मनों से लड़ना है और अपने देश की रक्षा करनी है। इस साल हम आने वाले 15 अगस्त को आजादी की ....वीं सालगिरह मनाएंगे।

स्वतंत्रता दिवस पर लेख (Paragraph On Independence Day)

स्वतंत्रता दिवस पूरे भारत में एक राष्ट्रीय त्यौहार के तौर पर देशवासी हर साल 15 अगस्त को मनाते हैं। इस दिन भारत अंग्रेजों से आजाद हुआ था। इस दिन के बाद से ही हम लोकतांत्रिक रूप से अपने अधिकार प्राप्त किए थे। यह स्वतंत्रता हमें संविधान द्वारा मौलिक अधिकारों के तहत दी गई है। हम सभी एक स्वशासित देश में हैं और सभी को मतदान का अधिकार मिला है। यह आजादी हमें आत्मनिर्भर व स्वतंत्रता की भावना से भर देती है। यह आजादी हमारे पुरूखों ने अपने प्राणों की बलिदान देकर दी है। इस दिन हम अपने सेनानियों को याद करते हैं और उन्हें हर वर्ग, जाति, धर्म के लोग नमन करते हैं।


स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay On Independence Day)
हर साल 15 अगस्त के दिन भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। हमारा देश साल 1947 में इसी दिन आजाद हुआ था। इस तरह से इस दिन हर साल अवकाश घोषित किया जाता है। हम में से हर एक स्वतंत्र पैदा होता है, स्वतंत्र मरता है और स्वतंत्र रहना चाहता है। भारत ने बड़े संघर्षों और प्रयासों के बाद अपनी स्वतंत्रता हासिल की है। कई स्वतंत्रता सेनानियों और कई महापुरुषों ने ब्रिटिश शासन की जकड़ से देश को आजाद कराने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। भारत में स्वतंत्रता आंदोलन की शुरुआत भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में की थी। स्वतंत्रता सेनानियों ने देश की स्वतंत्रता को प्राप्त करने के लिए हर तरह का संघर्ष किया। 15 अगस्त को हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान देने के लिए बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है, जिन्होंने हमारी मातृभूमि के लिए अपना बलिदान दिया। स्वतंत्रता दिवस हमें अपने देश से प्यार करने और अपने देश की अखंडता बनाए रखने और देश के लिए हमेशा तैयार रहने का संदेश देती है।

स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (Essay On Independence Day)
हर साल 15 अगस्त के दिन भारत का स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। हमारा देश साल 1947 में इसी दिन आजाद हुआ था। इस तरह से इस दिन हर साल अवकाश घोषित किया जाता है। हम में से हर एक स्वतंत्र पैदा होता है, स्वतंत्र मरता है और स्वतंत्र रहना चाहता है। भारत ने बड़े संघर्षों और प्रयासों के बाद अपनी स्वतंत्रता हासिल की है। कई स्वतंत्रता सेनानियों और कई महापुरुषों ने ब्रिटिश शासन की जकड़ से देश को आजाद कराने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। भारत में स्वतंत्रता आंदोलन की शुरुआत भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में की थी। स्वतंत्रता सेनानियों ने देश की स्वतंत्रता को प्राप्त करने के लिए हर तरह का संघर्ष किया। 15 अगस्त को हमारे महान स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान देने के लिए बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है, जिन्होंने हमारी मातृभूमि के लिए अपना बलिदान दिया। स्वतंत्रता दिवस हमें अपने देश से प्यार करने और अपने देश की अखंडता बनाए रखने और देश के लिए हमेशा तैयार रहने का संदेश देती है।

स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (Speech On Independence Day)
15 अगस्त 1947 भारत के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिन था। इस दिन भारत ने करीब 200 सालों के बाद ब्रिटिश हुकूमत से स्वतंत्रता छिना था। इसके बाद ही भारत एक लोकतांत्रिक देश के रूप में दुनियाभर में विख्यात हो गया। इस दिन को ऐतिहास दिन इसलिए माना जाता है क्योंकि कई स्वतंत्रता सेनानियों ने देश को आजाद कराने के लिए अपना प्राण न्यौछावर किया था। स्वतंत्रता दिवस के सम्मान के लिए हर भारतीय के दिल में सम्मान व प्रेम उमड़ता रहता है। इस दिन अनेक समारोहों के माध्यम से देखा जा सकता है।

इस दिन कन्याकुमारी से लेकर जम्मू-कश्मीर तक अनेकों कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। राजधानी दिल्ली में खास नजारा देखने को मिलता है। यहां प्रधानमंत्री लालकिले के प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हैं। लाल किले की ओर जाने वाली सड़क के किनारे पर पाइप की रेलिंग पर और किले के चारों ओर सैकड़ों लाउडस्पीकर लगाए जाते हैं ताकि दूर-दूर के लोग भी बिना किसी परेशानी के प्रधानमंत्री का भाषण सुन सकें। यातायात व्यवस्था संभालने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस, केंद्रीय बल व अधिकारियों की तैनाती की जाती है जो V.I.P, राजनयिक दूत, विदेशी गणमान्य व्यक्ति, मंत्री और संसद सदस्य आदि की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। मीडिया भी इस दिन महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और यह सुनिश्चित करता है कि हर एक घटना, कार्यक्रम आम नागरिक तक पहुंचे इसलिए दूरदर्शन, अन्य टीवी चैनल और ऑल इंडिया रेडियो पर लाइव टेलीकास्ट किया जाता है।

स्वतंत्रता दिवस पर लेख (Independence Day Paragraph)
भारत में स्वतंत्रता दिवस हर साल 15 अगस्त के दिन बड़े हर्ष व उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस महत्वपूर्ण दिन मातृभूमि के स्नेह के साथ हर दिल में तिरंगे का रंग उतर जाता है। बच्चा-बच्चा इस दिन साफ-सुथरे कपड़ों में तिरंगा लहराते हुए स्कूलों में जाते हैं और वहा ध्वजारोहण का कार्यक्रम होता है। इसके साथ ही लोकनृत्य, लोकगीत, नाटक, कविता और भाषण का आयोजन किया जाता है। स्कूल द्वारा राष्ट्रीय मिठाई जलेबी बच्चों में वितरित की जाती है। बच्चों के साथ-साथ स्वतंत्रता दिवस का सुरूर युवाओं पर भी चढ़ जाता है। हर कार, हर बाइक, हर ऑटो रिक्शा पर तिरंगा लहराता दिख जाएगा। इस दिन देशभक्ति के गीत हर गली हर मुहल्ले में सुनने को मिलता है।
स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन हमारा देश करीब 200 सालों की गुलामी की जंजीरों को तोड़ते हुए दुनिया के सामने एक आजाद, लोकतांत्रिक देश के रूप में सामने आया था। हम इस दिन को उन अनगिनत भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित करते हैं जिन्होनें देश की आजादी के लिए अपनी प्राणों की आहुति दी थी। यह दिन दुनिया के सबसे पुरातन संस्कृति वाले देश की आजादी का दिन माना जाता है जिसने पूरी दुनिया को अपनी संस्कृति का संदेश दिया है।

15 अगस्त को भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से ध्वजारोहण करते हैं व पूरे देश को संबोधित करते हैं। इसके साथ ही पूरे देश भर के विद्यालयों, महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों में भी झंडारोहण किया जाता है। देश के राष्ट्रीय पर्व को मनाने के जश्न में एक दूसरे को लोग मिठाईयां बांटते हैं। भारत के आजाद हुए 72 साल हो गए हैं आने वाले 15 अगस्त को 73वां साल लग जाएगा। इन सब के बीच हम जितने युवा 73 साल पहले थे उतना ही इसके बाद भी हैं।

स्वतंत्रता दिवस निबंध (Independence Day Essay In Hindi)
भारत एक लोकतांत्रिक देश है। हम सभी हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं लेकिन भारत के स्वतंत्र होने के पीछे एक इतिहास है। अंग्रेजों के 200 वर्षों तक शासन करने के बाद हमारे देश के अनगिनत महान लोग ब्रिटिश शासन के खिलाफ महात्मा गांधी के नेतृत्व में आजादी की लड़ाई में भाग लिए और आखिरकार 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली। भारत दुनिया के सामने अब एक गुलाम देश से स्वतंत्र व लोकतांत्रिक देश बनकर उभरा। आधी रात के पहर जब पूरी दुनिया सो रही थी तो हम भारत की शांति, समानता, समृद्धि और स्वतंत्रता का प्रतिज्ञा ले रहे थे। इस दिन भारत के पहले प्रधानमंत्री ने लालकिले की प्राचीर से तिरंगा झंडा फहराया था तब से यह हमारी परंपरा बन गई। अब हर साल भारतीय प्रधानमंत्री लालकिले पर झंडारोहण करते हैं व राष्ट्र के नाम संबोधन करते हैं।

हर साल आजादी के जश्न और देशभक्ति में युवाओं का जोश व जुनून बढ़ रहा है। टीवी रेडियो और प्रिंट तक सीमित रहने वाला यह पर्व अब सोशल मीडिया तक पहुंच गया है। अब हर कोई इस दिन फेसबुक, ह्वाट्सएप्प के जरिए एक दूसरे को बधाई देते हैं। दिन भर टीवी न्यूज चैनल पर कार्यक्रम चलते रहते हैं वही इस दिन देशभक्ति से भरपूर फिल्में प्रसारित की जाती हैं। समाचार चैनलों, अखबारों व रेडियो के जरिए हम वीर सेनानियों के बारे में प्रसारण देखते हैं।

इन्ही सब कारणों से स्वतंत्रता दिवस हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण दिन है। यह दिन हमारी मातृभूमि की रक्षा करते हुए बलिदान हुए सेनानियों की याद दिलाता है और हमें भी अपने कर्तव्यों के बारे में याद दिलाता है कि जैसे हमारे पूर्वजों ने देश के लिए लड़ा उसी तरह हर तरह के दुश्मनों से हमें भी लड़ना है चाहे वे देश के अंदर के हों या बाहर के। इस दिन हम प्रतिज्ञा लेते हैं कि हम ही भारत के भविष्य हैं और राष्ट्र की हर जिम्मेदारी हमारे कंधों पर है।

स्वतंत्रता दिवस पर भाषण (Independence Day Speech In)
15 अगस्त 1947 भारत के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिन माना जाता है क्योंकि यही वो शुभ दिन था जब भारत ने ब्रिटिश शासन से अपनी स्वतंत्रता हासिल की थी। इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है और इसे राष्ट्रीय अवकाश के रूप में घोषित किया गया है। अंग्रेजों ने हमारे देश पर लगभग 200 वर्षों तक शासन किया था। हालांकि, वे व्यापार के उद्देश्य से भारत आए और जल्द ही हमारे आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करके शासन करने लगे।
भारत की स्वतंत्रता संग्राम में यूं तो अनगिनत लोगों ने अपना योगदान दिया लेकिन महात्मा गांधी ने इस आंदोलन को जनमानस तक ले गए और पूरी आजादी की लड़ाई का नेतृत्व किए। इस दौरान गांधी जी ने देश की आजादी के लिए अहिंसा का मार्ग चुना और वर्षों तक अंग्रेजों से लड़ाई लड़ते रहे। उनकी रणनीति से ब्रिटिश हुकूमत को घुटने टेकने पड़े और भारत इस लड़ाई की जीत साल 1947 में 15 अगस्त के दिन हासिल किया। स्वतंत्रता आंदोलन एक ऐसा आंदोलन बना जो सभी को एकजुट कर दिया। लोग जातियों, धर्मों, वर्गों या मान्यताओं से परे इस लड़ाई में अपना योगदान दिया। इस लड़ाई में महिलाओं की योगदान को कभी भी नहीं भुलाया जा सकता। सरोजिनी नायडू, अरुणा आसफ अली, विजय लक्ष्मी पंडित, कस्तूरबा गांधी, कमला नेहरू और एनी बेसेंट जैसी महान महिलाओं ने स्वतंत्रता आंदोलन में अपना योगदान दिया।

15स्वतंत्रता दिवस पर 400 शब्दों का लेख (15 August Paragraph)
स्वतंत्रता दिवस वह दिन होता है जब भारत का प्रत्येक नागरिक अपने सम्मानित नेताओं और उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान देता है जिन्होंने अतीत में भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था। वर्षों की लड़ाई के बाद आजादी के रूप में मिला यह दिन सभी के लिए महत्वपूर्ण दिन बन जाता है इसीलिए हम इसे इतने हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। हर गली नुक्कड़ पर तिरंगे लिए बच्चे दिख जाते हैं। कोई अपनी गाड़ी पर झंडा लगाकर घूमता दिख जाता है तो कोई तिरंगे वाली टोपी पहने, सभी के छतों पर तिरंगा लहराता दिख जाता है। देश में यह दिन हर वर्ग, हर जाति, हर धर्म के लोग बिना किसी भेदभाव के मनाते हैं।

पृष्ठभूमि
भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई शुरू होती है 1857 से, जब सिपाहियों के साथ मेरठ में विद्रोह हुआ था। इसके बाद 20वीं सदी में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और राजनीतिक संगठनों द्वारा के साथ-साथ महात्मा गांधी के नेतृत्व में आजादी की लड़ाई शुरू हुई। वर्षों संघर्ष करने के बाद हमें साल 1947 में 15 अगस्त के दिन आजादी मिलती है। इस आजादी के पिछे न जाने कितने सेनानियों ने अपने प्राण न्यौछावर किए। भारत इस प्रकार एक स्वतंत्र देश बन गया और स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपना लोकप्रिय "ट्राइस्ट विद डेस्टिनी" भाषण दिया।
प्रतीक
आजादी के उत्सव का रंग कन्याकुमारी से लेकर जम्मू कश्मीर तक चढ़ जाता है। बच्चा-बच्चा अपने हाथों में तिरंगा झंडा लेकर भारत माता की जय के नारे लगाते दिखते हैं। इस दिन स्कूलों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों में व सत्ता के गलियारों में झंडारोहण का कार्यक्रम होता है। दिल्ली के लालकिला का कार्यक्रम का प्रसारण पूरे देश में किया जाता है। इस दिन परंपरा के अनुसार भारत के प्रधानमंत्री लालकिले की प्राचीर से देश की जनता को संबोधित करते हैं। यहीं से आजादी के बाद पहली बार भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने झंडारोहण व राष्ट्र को संबोधित किया था। यहीं पर हमारे राष्ट्रीय ध्वज का अनावरण जवाहर लाल नेहरू ने किया था। ध्वज को तीन भागों में विभाजित किया गया। इसमें भगवा रंग सबसे ऊपर, सफेद बीच में और हरा सबसे नीचे रखा गया। बीच में अशोक चक्र का जगह दिया गया जो नेवी ब्लू रंग का है। इस पर राजकीय चिन्ह अशोक सम्राट का चिन्ह दिखाई देता है। जिसके अंदर 24 तीलियों का एक चक्र बना रहता है।
आयोजन
15 अगस्त को भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। भारत के सम्मानित राष्ट्रपति स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को भाषण देते हैं और स्वतंत्रता के दिन माननीय प्रधान मंत्री दिल्ली में ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा भारतीय ध्वज फहराते हैं और भाषण देते हैं और पिछली उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हैं भविष्य के विकास के लिए योजनाओं का भी घोषणा करते हैं। पूरे भारत के विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों में ध्वजारोहण और सांस्कृतिक कार्यक्रम समारोह होता है। भारत में स्वतंत्रता दिवस को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है और इस प्रकार प्रमुख कार्यालय और स्कूल बंद रहते हैं।

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